बाल अधिकारों के प्रति संवेदनशील बने।उक्त बातें डीएम डॉ रणजीत कुमार सिंह ने समाहरणालय विर्मश कक्ष में आयोजित जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक में कही।उन्होंने कहा कि बच्चों के मूलभूत अधिकारों का संरक्षण हमारा दायित्व है।बच्चे हमारे राष्ट्र के भविष्य है।
डीएम ने कहा कि बैठक केवल खानापूर्ति के लिए नही होनी चाहिए,बल्कि बैठक में लिए गए निर्णयों के ससमय अनुपालन हो,जिससे सार्थक परिणाम दिखाई पड़े।उन्होंने कहा कि बैठक की कार्यवाही का पत्र अनिवार्यरूप से सभी सदस्यों को उपलब्ध होनी चाहिए।
उन्होंने बल देख रेख वाली संस्थानों में 24 घंटे सुरक्षा गार्ड की प्रतिनियुक्ति का निर्देश दिया।संस्थानों में योग,पीटी एवम संगीत शिक्षक की भी नियुक्ति का दिया निर्देश।प्रत्येक तीन दिन पर डॉ जाकर बच्चो का हेल्थ चेकअप करेगे।बच्चो का होगा स्वास्थ्य बीमा। डीएम ने 31 अगस्त को वार्ड स्तर पर बाल संरक्षण समिति के गठन हेतु आम सभा करने का दिया निर्देश,कहा,वार्ड स्तर पर बाल संरक्षण समिति के गठन से बाल अधिकारों के संरक्षण हम काफी सहजता के साथ कर सकते है।संस्थानों के बच्चों का आधार कार्ड भी बनाने का निर्देश दिया।
संबंधित सीओ को जबाबदेही दी गई कि बाल गृह संचालन हेतु सरकारी भवन के लिए तीन एकड़ भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित करे।जिला सांख्यकी पदाधिकारी को दत्तक ग्रहण में दिए गए बच्चो का जन्म प्रमाणपत्र देने की जबाबदेही दी गई।श्रम अधीक्षक के धावा दल में चाइल्ड लाइन को शामिल किया जाएगा।