हिंदुस्तान के लोगों में प्रायः यह पाया गया है, की विपत्ति आप तक न पहुँच जाए तब तक आप ओवर कॉन्फिडेंस में रहते हैं. पटना के राजाबाज़ार में , जहाँ अभी कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है, आज से 15 दिन पहले तक लोग ऐसे घूम रहे थे जैसे कोरोना के विरूद्ध उन्होंने कोई प्राकृतिक अदृश्य सुरक्षा कवच बना लिया हो. और अब जब विपदा तांडव मचा रही है तो घर में दुबक गए हैं.
यही स्तिथि आज के सीतामढ़ी की है. टाइटल पढ़ते ही सीतामढ़ी के आधे लोग सिहर गए होंगे और इस लेख में ढून्ढ रहे होंगे की कोरोना पीड़ित कहाँ कहाँ गया, किससे मिला, कहाँ का रहने वाला है। जैसे ये सभी जानकारी मिल जायेगी तो अपना यात्रा इतिहास ढूंढेंगे. लेकिन अब सँभलने का वक़्त आ गया है. उस खबर का इंतज़ार किये बगैर भी आप खुद को सुरक्षित सकते हैं, पुलिस के डर से ही घर के भीतर रहना आवश्यक नहीं है. अपनी जान बचाने के खातिर भी आप सही कदम उठा सकते हैं.
24 वर्ष के इस युवक की जांच 27 अप्रैल को की गई है.
गाजियबाद से यह व्यक्ति आपातकालीन पास पर कोर्लाहिया बॉर्डर पर जिला प्रशासन के द्वारा इसकी जांच की गयी, दुःख की बात यह है की इस व्यक्ति में कोई लक्षण नहीं देखे गए , मगर बाहर से आने के वजह से ऐतिहातन इस व्यक्ति का सैंपल लिया गया. जहाँ इस व्यक्ति को रखा गया था उसके ३ किमी को कन्टेनमेंट जोन घोसित कर दिया गया है.
very nice
Piriy muscan jee shubh bharat maa janki jee
Tarph se aap sa da muskate the.
Corona se jara Bachh kar rahb.
Jay janki maa.