मुँह में हुए ज़ख्मों की वजह से वह कुछ खा नहीं पा रही थी । गर्भ के दौरान भूख अधिक लगती है । उसे अपने बच्चे का भी ख़याल रखना था । लेकिन मुँह में ज़ख्म की वजह से वह कुछ खा नहीं पाती है । घायल हथिनी भूख और दर्द से तड़पती हुई सड़कों पर भटकती रही । इसके बाद भी वह किसी भी मनुष्य को नुक़सान नहीं पहुँचाती है, कोई घर नहीं तोड़ती । पानी खोजते हुए वह नदी तक जा पहुँचती है । मुँह में जो आग महसूस हो रही होगी उसे बुझाने का यही उपाय सूझा होगा ।
केरल जैसे शिक्षित राज्य में एक गर्भवती हथिनी मल्लपुरम की सड़कों पर खाने की तलाश में निकलती है । उसे अनानास ऑफर किया जाता है । वह मनुष्य पर भरोसा करके खा लेती है । वह नहीं जानती थी कि उसे पटाख़ों से भरा अनानास खिलाया जा रहा है । पटाख़े उसके मुँह में फटते हैं । उसका मुँह और जीभ बुरी तरह चोटिल हो जाते हैं ।

फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को जब इस घटना के बारे में पता चलता है तो वे उसे पानी से बाहर लाने की कोशिश करते हैं लेकिन हथिनी को शायद समझ आ गया था कि उसका अंत निकट है । और कुछ घंटों बाद नदी में खड़े-खड़े ही वह दम तोड़ देती है।
इधर अब मोदी सरकार के वन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा की दोषयों को जल्द ही सजा मिलेगी
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक दिन पहले ही ट्वीट किया, ‘‘केंद्र सरकार ने केरल के मलप्पुरम में हथिनी की हत्या के मामले को बहुत गंभीरता से लिया है । हम सही तरीके से जांच करने और अपराधी को पकड़ने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे । पटाखे खिलाना और मारना भारतीय संस्कृति में नहीं है ।’’
दो निजी संगठनों ने आरोपियों का पता देने पर इनाम रखा

मंत्री ने हथिनी की मौत पर रिपोर्ट भी मांगी थी और कहा था कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।
हथिनी के हत्यारों का पता देने पर दो निजी संगठनों ने डेढ़ लाख रुपए का इनाम रखा है ।
वाइल्ड लाइफ एसओएस एनजीओ ने अपराधियों का पता लगाने वाले को 1 लाख रुपए देने की घोषणा की है ।
वहीं, ह्यूमन सोसायटी इंटरनेशनल संस्था ने आरोपियों की जानकारी देने पर 50 हजार रुपए का इनाम रखा है ।
इधर गर्भवती हथिनी की मौत के मामले में केरल पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने एक शख़्स को गिरफ़्तार किया है । एक पुलिस अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है और यह भी बताया है कि इस मामले में दो अन्य लोगों की तलाश जारी है ।